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2 Aug 2024 · 1 min read

असफ़लता का दामन थाम रखा था ताउम्र मैंने,

असफ़लता का दामन थाम रखा था ताउम्र मैंने,
इसी आस में कि सफ़लता एक दिन ज़रूर मिलेगी

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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