Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 May 2023 · 1 min read

अश्लील साहित्य

हां मैं इक तरफ खड़ा हूं, दिल में कोई कश्मकश नहीं है।
फैसला ये होशोहवास से है, ये बेगैरत या बेबस नही है।।
कला के नामपर पैसों के खातिर, अश्लीलता बेचते है जो।
ये गुनहगार है हम सबके, आबरू देश की बेचते है जो।।

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 1 Comment · 456 Views

You may also like these posts

#मतदान
#मतदान
Aruna Dogra Sharma
चोट
चोट
आकांक्षा राय
Yaade tumhari satane lagi h
Yaade tumhari satane lagi h
Kumar lalit
रिश्ते
रिश्ते
पूर्वार्थ
स्वर
स्वर
डॉ.सतगुरु प्रेमी
तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ,
तवाफ़-ए-तकदीर से भी ना जब हासिल हो कुछ,
Kalamkash
मन की प्रीत
मन की प्रीत
भरत कुमार सोलंकी
24/244. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/244. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सलाह के सौ शब्दों से
सलाह के सौ शब्दों से
Ranjeet kumar patre
हर जमीं का आसमां होता है।
हर जमीं का आसमां होता है।
Taj Mohammad
আফসোস
আফসোস
Pijush Kanti Das
- समर्थक जिनके आज हो ताउम्र उनके उनके बने रहो -
- समर्थक जिनके आज हो ताउम्र उनके उनके बने रहो -
bharat gehlot
गुरु का महत्व एक शिष्य के जीवन में अनुपम होता है। हम चाहे कि
गुरु का महत्व एक शिष्य के जीवन में अनुपम होता है। हम चाहे कि
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
*जिस पर प्रभु की अति कृपा हुई, माया उसकी हर लेते हैं (राधेश्
*जिस पर प्रभु की अति कृपा हुई, माया उसकी हर लेते हैं (राधेश्
Ravi Prakash
औरों की तरह हर्फ़ नहीं हैं अपना;
औरों की तरह हर्फ़ नहीं हैं अपना;
manjula chauhan
वह फूल हूँ
वह फूल हूँ
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हरियाणा चुनाव
हरियाणा चुनाव
Sanjay ' शून्य'
तेरे इंतज़ार में
तेरे इंतज़ार में
Surinder blackpen
जो तेरे दिल में चल रहा है एक दिन बाहर तो जरूर आएगा।
जो तेरे दिल में चल रहा है एक दिन बाहर तो जरूर आएगा।
Rj Anand Prajapati
बहुत खुश हैं अपनी दुनिया में
बहुत खुश हैं अपनी दुनिया में
डॉ. एकान्त नेगी
बचपन अच्छा था
बचपन अच्छा था
Ashok Sharma
सुलेशन छोड़ कर सलूशन ढूंढ
सुलेशन छोड़ कर सलूशन ढूंढ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
उसे खो दिया जाने किसी के बाद
उसे खो दिया जाने किसी के बाद
Phool gufran
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
ये जो मुहब्बत लुका छिपी की नहीं निभेगी तुम्हारी मुझसे।
सत्य कुमार प्रेमी
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*** आकांक्षा : एक पल्लवित मन...! ***
*** आकांक्षा : एक पल्लवित मन...! ***
VEDANTA PATEL
दिल यूं ही बे’क़रार लगता है ,
दिल यूं ही बे’क़रार लगता है ,
Dr fauzia Naseem shad
स्कूल चले
स्कूल चले
विजय कुमार नामदेव
यह मोहब्बत
यह मोहब्बत
Minal Aggarwal
"" *समय धारा* ""
सुनीलानंद महंत
Loading...