अश्रु- नाद
, …. मुक्तक ….
जीवन सतरंगी फेरे
झंझा- झँकोर घन घेरे
हो हा- हा कार हृदय में
सुन अश्रु- नाद को मेरे
डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव
, …. मुक्तक ….
जीवन सतरंगी फेरे
झंझा- झँकोर घन घेरे
हो हा- हा कार हृदय में
सुन अश्रु- नाद को मेरे
डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव