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12 Dec 2017 · 1 min read

अश्रुनाद

. …. मुक्तक ….

अनुपम आह्लादित घेरा
तुममें संचित है मेरा
अंतर्मन में जो चित्रित
कण- कण है चित्रण तेरा

अँग्रेज़ी भावानुवाद
Matchless gleeful has circulated .
My everything , on you has collected .
Which drawn in the inner of mind .
Thy ! has everything delineated .

डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव
लखनऊ

Language: Hindi
399 Views
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