अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच्छा होता है एक सैद्धांतिक और ईमानदार शत्रु!
परंतु कलयुग में बेहतरीन मित्र और सैद्धांतिक शत्रु दोनों ही असंभव हैं!
“मौज”
अवसरवादी, झूठे, मक्कार, मतलबी, बेईमान और चुगलखोर मित्र से अच्छा होता है एक सैद्धांतिक और ईमानदार शत्रु!
परंतु कलयुग में बेहतरीन मित्र और सैद्धांतिक शत्रु दोनों ही असंभव हैं!
“मौज”