अर्थी को भी कंधा नहीं दिया
है कौन जिसको माया का फंदा नहीं दिया
अब तक खुदा ने नेक वो बंदा नहीं दिया
मैने बरात छोड़ी क्या उस शख्स की ‘संजय’
उसने मिरी अर्थी को भी कंधा नहीं दिया
है कौन जिसको माया का फंदा नहीं दिया
अब तक खुदा ने नेक वो बंदा नहीं दिया
मैने बरात छोड़ी क्या उस शख्स की ‘संजय’
उसने मिरी अर्थी को भी कंधा नहीं दिया