Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2023 · 1 min read

अम्बे का जयकारा

सारे जग की जननी को है, अर्पित नमन हमारा।
जी करता है आज लगाऊं, अम्बे का जयकारा।।

माॅं से अधिक न कोई जाने, क्या शिशु की अभिलाषा।
माॅं ही पूरी कर सकती है, हम शिशुओं की आशा।।
सन्तानों को माॅं से बढ़कर, भला कौन है प्यारा।
जी करता है आज लगाऊं, अम्बे का जयकारा।।

केवल जन्म नहीं देती माॅं, लालन-पालन करती।
प्राण निछावर करके भी वह, शिशु की पीड़ा हरती।।
जब-जब संकट आता तब-तब, देती हमें सहारा।
जी करता है आज लगाऊं, अम्बे का जयकारा।।

हर माॅं अपने त्याग के लिए, जग में जानी जाती।
अपनी सन्तानों के संकट, प्रतिपल परे हटाती।।
अपनी सन्तति के वैरी को, आगे बढ़ ललकारा।
जी करता है आज लगाऊं, अम्बे का जयकारा।।

माॅं के चरणों में जन्नत है, धर्मशास्त्र बतलाते।
जो माॅं के आराधक साधक, जग में सुयश कमाते।।
माॅं की सेवा को सर्वोपरि, गया सदा स्वीकारा।
जी करता है आज लगाऊं, अम्बे का जयकारा।।

महेश चन्द्र त्रिपाठी

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 167 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from महेश चन्द्र त्रिपाठी
View all
You may also like:
3930.💐 *पूर्णिका* 💐
3930.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वन्दे मातरम वन्दे मातरम
वन्दे मातरम वन्दे मातरम
Swami Ganganiya
सरोवर की और बहती नदियों पर कभी भी विश्वास कर नहीं उतरना चाहि
सरोवर की और बहती नदियों पर कभी भी विश्वास कर नहीं उतरना चाहि
Jitendra kumar
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
कृष्णकांत गुर्जर
*
*"कार्तिक मास"*
Shashi kala vyas
जब  तक  साँसें  चलती  है, कोई  प्रयत्न  कर  ले।
जब तक साँसें चलती है, कोई प्रयत्न कर ले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
“सुकून”
“सुकून”
Neeraj kumar Soni
बसंत
बसंत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
कहां जाऊं सत्य की खोज में।
Taj Mohammad
कवि की लेखनी
कवि की लेखनी
Shyam Sundar Subramanian
हिंदू सनातन धर्म
हिंदू सनातन धर्म
विजय कुमार अग्रवाल
मानव तन
मानव तन
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
एक आप ही तो नही इस जहां में खूबसूरत।
एक आप ही तो नही इस जहां में खूबसूरत।
Rj Anand Prajapati
Crush
Crush
Vedha Singh
"इतिहास"
Dr. Kishan tandon kranti
I don't listen the people
I don't listen the people
VINOD CHAUHAN
एक ही नारा एक ही काम,
एक ही नारा एक ही काम,
शेखर सिंह
57...Mut  qaarib musamman mahzuuf
57...Mut qaarib musamman mahzuuf
sushil yadav
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
माँ तुम सचमुच माँ सी हो
Manju Singh
कितने आसान थे सम्झने में
कितने आसान थे सम्झने में
Dr fauzia Naseem shad
जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
जबकि ख़ाली हाथ जाना है सभी को एक दिन,
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
■ कथ्य के साथ कविता (इससे अच्छा क्या)
*प्रणय*
नारी
नारी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
నీవే మా రైతువి...
నీవే మా రైతువి...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
जी तो चाहता है
जी तो चाहता है
हिमांशु Kulshrestha
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
पूरा जब वनवास हुआ तब, राम अयोध्या वापस आये
Dr Archana Gupta
"" *पेड़ों की पुकार* ""
सुनीलानंद महंत
तन तो केवल एक है,
तन तो केवल एक है,
sushil sarna
सुर तेरा मेरा
सुर तेरा मेरा
DR ARUN KUMAR SHASTRI
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
“Do not be afraid of your difficulties. Do not wish you coul
पूर्वार्थ
Loading...