अमृत महोत्सव
सन सैंतालीस में हमने आज़ादी पाई थी।
आज़ादी के मतवालों की गौरव गाथा गाई थी।।
आज पिच्छतरवाँ आज़ादी दिवस मना रहे।
अमृत महोत्सव है फिर से गौरव गाथा गा रहे।।
हर घर तिरंगा घर घर तिरंगा फहराएंगे।
तिरंगे संग मिल अमृत महोत्सव मनाएंगे।।
गर्व है हम सब स्वतंत्र भारत के वासी हैं।
जय हिंद जय भारत का नारा लगाएंगे।।