अमलतास
अमलतास
मध्य आकार का तरु दुर्लभ,
बड़े, गहरे हरे – हरे पर्ण।
बसंती पुष्पगुच्छ लटकते,
सम्मोहित करते जग अंतर्मन।
रोम-रोम यह कल्पतरु,
है औषधियों की खान।
अपान वायु ,विकार उदर,
क्षय, मधुमेह प्रतिरोधक जान।
सुंदर सुनहले पुष्पों के,
अवलेह से मिटे कफ विकार।
और हरित पर्ण लेपन से,
मिटे त्वचा सर्व विकार।
अनेक रोगों में काम आए,
जड़ पत्ती फूल बीज और छाल।
इसकी महिमा बरणी न जाए,
है यह कल्पतरू समान।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश