अभी गहन है रात…….
अभी गहन है रात जरा प्रकाश तो होने दो,
जो होना है आगे उसका आभास तो होने दो,
तनिक इशारा मिल जाए, हालात बदल देंगे,
धैर्य रखो ओ मित्र अभी आगाज तो होने दो ।
जो हँस रहे हैं, हँसने दो,
अभी दौर तो आने दो।
अभी पड़ी अधजल में नैया
जरा छोर तो आने दो।
अरे जान झोंक दो सपनो में
हालात न आड़े आने दो,
जो बीत रहा वो बीत ने दो
हर दुख के राड़े आने दो।
जो जीत गए तुम जंग मित्र,
हर दुख,सुखद बन जायेगा।
जो भाग रहे थे छोड़ हमें,
वो करनी पर पछताएगा।
देख विफलता हमारी ,
जो नजरे फेर लेते हैं।
देख सफलता हमारी
वही साथ दिखाई देते है।
– पर्वत सिंह राजपूत (अधिराज)