Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
sushil sarna
33 Followers
Follow
Report this post
15 Aug 2024 · 1 min read
अभिमानी इस जीव की,
अभिमानी इस जीव की,
इतनी सी औकात।
जान न पाया कौन सी,
उसकी अंतिम रात।।
सुशील सरना
Tag:
Quote Writer
Like
Share
79 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
मेरे प्रेम पत्र
विजय कुमार नामदेव
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
Shekhar Chandra Mitra
सत्य की खोज
Rekha Drolia
"कड़वी ज़ुबान"
Yogendra Chaturwedi
बरकत का चूल्हा
Ritu Asooja
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
जगदीश शर्मा सहज
मुझे भी अब उनकी फ़िक्र रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चिकित्सक- देव तुल्य
डॉ. शिव लहरी
बनि के आपन निरास कर देला
आकाश महेशपुरी
ठूंठा पेड
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
इंसान को इंसान ही रहने दो
Suryakant Dwivedi
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरे हमराज
ललकार भारद्वाज
मैने देखा है लोगों को खुद से दूर होते,
पूर्वार्थ
अभिलाषा
indu parashar
जो हमने पूछा कि...
Anis Shah
राम कृष्ण हरि
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
- नयन उसके कटार -
bharat gehlot
मतदान जागरूकता
Neerja Sharma
मां शैलपुत्री देवी
Harminder Kaur
दोहे- चार क़दम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मानो की शादी
manorath maharaj
मैं मन के शोर को
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
हकीकत
अखिलेश 'अखिल'
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
ग़ज़ल-न जाने किसलिए
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
3363.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
मदिरा सवैया
Rambali Mishra
"सफलता की चाह"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...