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31 Dec 2023 · 1 min read

अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।

अभाव और कमियाँ ही हमें जिन्दा रखती हैं।

स्वयं, जीवन और स्थिति को पूर्ण और परिपूर्ण करने की सनक ही हमें हर सुबह जगाती है।

जिस दिन कोई चाहत नहीं होगी, उस दिन शायद आपको उठने का भी मन न हो.

सुख, समृद्धि और पूर्णता इतनी अच्छी नहीं हैं कि सांस लेने में आलस्य या ऊब आ जाए

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