Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2018 · 1 min read

अब राम बचाये

चिड़ियों पर बाजों ने हमला,बोल दिया अब राम बचाये।

गौरैया की साँसे अटकी,मैना भी अब नहीं सुरक्षित
अपने ही जब लगे लूटने,कैसे कोयल भी हो रक्षित
सोच रही है सोनचिरैया,किससे अपनी व्यथा बताये।

जिनसे हम हैं जीवन पाते,करते उनको नित्य प्रदूषित
गंदे नाले डाल-डाल कर,करते रहते उनको दूषित
मानव की मनमानीपर अब ,गंगा केवल अश्रु बहाये।

फल देते जो मीठे-मीठे,जामुन, केंदू और विल्वफल
गुलमोहर,पलास से शोभित,प्राणवायु नित देते निर्मल
उन्हीं वनों को काट रहे हम,वन कैसे यह दुख सह पाये।
चिड़ियों पर बाजों ने हमला,बोल दिया अब राम बचाये ।
वसंत जमशेदपुरी,9334805484

Language: Hindi
Tag: गीत
3 Likes · 296 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यही रात अंतिम यही रात भारी।
यही रात अंतिम यही रात भारी।
Kumar Kalhans
थर्मामीटर / मुसाफ़िर बैठा
थर्मामीटर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
चुगलखोरों और जासूसो की सभा में गूंगे बना रहना ही बुद्धिमत्ता
Rj Anand Prajapati
सच तो रोशनी का आना हैं
सच तो रोशनी का आना हैं
Neeraj Agarwal
■ बोलते सितारे....
■ बोलते सितारे....
*Author प्रणय प्रभात*
*अज्ञानी की कलम  *शूल_पर_गीत*
*अज्ञानी की कलम *शूल_पर_गीत*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
उनकी नाराज़गी से हमें बहुत दुःख हुआ
Govind Kumar Pandey
जय हनुमान
जय हनुमान
Santosh Shrivastava
पापा के परी
पापा के परी
जय लगन कुमार हैप्पी
जीवन को
जीवन को
Dr fauzia Naseem shad
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जरूरत के हिसाब से ही
जरूरत के हिसाब से ही
Dr Manju Saini
दशमेश के ग्यारह वचन
दशमेश के ग्यारह वचन
Satish Srijan
गिनती
गिनती
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*गाते हैं जो गीत तेरे वंदनीय भारत मॉं (घनाक्षरी: सिंह विलोकि
*गाते हैं जो गीत तेरे वंदनीय भारत मॉं (घनाक्षरी: सिंह विलोकि
Ravi Prakash
स्वाद छोड़िए, स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिए।
स्वाद छोड़िए, स्वास्थ्य पर ध्यान दीजिए।
Sanjay ' शून्य'
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
विश्व की पांचवीं बडी अर्थव्यवस्था
Mahender Singh
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
वायु प्रदूषण रहित बनाओ।
Buddha Prakash
पर्यावरण है तो सब है
पर्यावरण है तो सब है
Amrit Lal
सर सरिता सागर
सर सरिता सागर
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
💐प्रेम कौतुक-164💐
💐प्रेम कौतुक-164💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
हर-दिन ,हर-लम्हा,नयी मुस्कान चाहिए।
डॉक्टर रागिनी
☀️ओज़☀️
☀️ओज़☀️
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
इंतजार बाकी है
इंतजार बाकी है
शिवम राव मणि
*नमस्तुभ्यं! नमस्तुभ्यं! रिपुदमन नमस्तुभ्यं!*
*नमस्तुभ्यं! नमस्तुभ्यं! रिपुदमन नमस्तुभ्यं!*
Poonam Matia
2329.पूर्णिका
2329.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
खिल जाए अगर कोई फूल चमन मे
shabina. Naaz
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
लब्ज़ परखने वाले अक्सर,
ओसमणी साहू 'ओश'
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
कभी बेवजह तुझे कभी बेवजह मुझे
Basant Bhagawan Roy
Loading...