अब मेरी किस्मत में नहीं हो तुम
मुक्तक………
अब मेरी किस्मत में नहीं हो तुम
बेवफ़ा नही तो, बावफ़ा भी नही हो तुम
जीने की अस्बाब तुम थी कल तक
रंज ओ गम की वजह भी हो तुम
भूपेंद्र रावत
7/11/2017
मुक्तक………
अब मेरी किस्मत में नहीं हो तुम
बेवफ़ा नही तो, बावफ़ा भी नही हो तुम
जीने की अस्बाब तुम थी कल तक
रंज ओ गम की वजह भी हो तुम
भूपेंद्र रावत
7/11/2017