°°°°°अब मुझे जाना है ……..!!!!
अजन्मा है ये अंधकार मेरा
तुम तनिक उजाला भर दो ना,
खड़ी हूं आस लगाए यही
तुम जरा दरिया पार करा दो ना।
आगोश में लेकर तुम मुझे……..
इस ज्वाला से निकाल चलो ना,
भयभीत हूं मै क्रूर विकारों से,
जरा मुझे अपना सत्कार करा दो ना।2
सत्कार करा दो ना……………
अजन्मा है ये अंधकार मेरा,
तुम तनिक उजाला भर दो ना।।।2
::::::त्रुटि हेतु क्षमा प्रार्थी:::::::
बिमल रजक