अब फज़ा वादियों की बदनाम हो गई है ,
अब फज़ा वादियों की बदनाम हो गई है ,
मोहब्बत मेरे हमदम खुलेआम हो गई है।
बता अगर तू कातिल मेरा गुनाह नहीं है,
तेरी याद में सनम अब मेरी शाम हो गई है।।
Phool gufran
अब फज़ा वादियों की बदनाम हो गई है ,
मोहब्बत मेरे हमदम खुलेआम हो गई है।
बता अगर तू कातिल मेरा गुनाह नहीं है,
तेरी याद में सनम अब मेरी शाम हो गई है।।
Phool gufran