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20 Jun 2020 · 1 min read

अब जाग उठो

अब जाग उठो हिन्द देश के जवानों
अब जाग उठो और नया इतिहास लिखो

अश्कों में अश्रु जल नहीं धधकती ज्वाला भरो
ह्रदय में कोमल तार नहीं जोश भरी आग भरो
मधुर संगीत नही पवन वेग सा गान भरो
श्ववासो की तपती माला में विजय का नव राग भरो

देखो आज सम्पूर्ण विश्व पटल पर
नीरवता भरी हुई सकल जहान पर
विषधर भुजंग करता नित प्रहार
वीरों की बलि तो कभी मानवता की चित्कार

रज के कण-कण में जिनकी रवानी
मात्रभूमि के नाम कर गये जो जवानी
स्वर्णिम अक्षरों में वर्णित जिनकी अमर कहानी
आज चलो फिर लिखने नई कहानी

और अधिक मौन रहें मंजूर नहीं है
थक कर बैठ गए क्या मंजिल दूर नहीं है
अम्बर में गूँजेगा इक दिन जयनाद तुम्हारा
धरा पर होगा पुनः वसन्त ऋतु का आगाज

अब जाग उठो हिन्द देश के जवानों
अब जाग उठो और नया इतिहास लिखो

Language: Hindi
12 Likes · 6 Comments · 717 Views
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