अब कोई ऐसी दवा नही मिलती जीने की कोई वजह नही मिलती
अब कोई ऐसी दवा नही मिलती
जीने की कोई वजह नही मिलती
चाह तो मंज़िल को पा जाने की है
लेकिन अब कोई राह नही मिलती
ऊँचे आकाश में उड़ते है जो पंक्षी
दरख़्त में उनको जगह नही मिलती
गुज़र गया बचपन दोस्तों के संग मस्तियों में
अब ज़िन्दगी में वैसी हँसी ख़ुशी नही मिलती
लगता है माँ के हाथ में कोई जादू था
माँ की दुआ अब कही नही मिलती
भूपेंद्र रावत
20।12।2017