Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jan 2020 · 1 min read

अब कैसे कह दूं

सांस की हर आहट में तुम
मेरी मुस्कुराहट में तुम
तनहाई के शोर में तुम
तो शोर की खामोशी में भी तुम…
अब कैसे कह दूं,
की मैं तुम्हारे साथ नहीं होती……
जागूं तो सोच में तुम
सो जाऊं तो खवाव में तुम
हर एहसास में तुम
मेरी हर ख्वाहिश में तुम…
अब कैसे कह दूं,
की तुमसे मुलाकात नहीं होती…..
मेरी कविता में तुम
कविता के हर लफ्ज़ में तुम
उसके रस में तुम
तो उसके श्रृंगार में भी तुम
अब कैसे कह दूं
की तुमसे बात नहीं होती

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 419 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
16, खुश रहना चाहिए
16, खुश रहना चाहिए
Dr .Shweta sood 'Madhu'
शिक़ायत नहीं है
शिक़ायत नहीं है
Monika Arora
खून पसीने में हो कर तर बैठ गया
खून पसीने में हो कर तर बैठ गया
अरशद रसूल बदायूंनी
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
कवि रमेशराज
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr. Priya Gupta
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
अब रिश्तों का व्यापार यहां बखूबी चलता है
Pramila sultan
उम्रभर रोशनी दिया लेकिन,आज दीपक धुआं धुआं हूं मैं।
उम्रभर रोशनी दिया लेकिन,आज दीपक धुआं धुआं हूं मैं।
दीपक झा रुद्रा
मै थक गया
मै थक गया
भरत कुमार सोलंकी
Republic Day
Republic Day
Tushar Jagawat
जून का महीना जो बीतने वाला है,
जून का महीना जो बीतने वाला है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्या ख़रीदोगे
क्या ख़रीदोगे
पूर्वार्थ
Upon waking up, oh, what do I see?!!
Upon waking up, oh, what do I see?!!
R. H. SRIDEVI
#इधर_सेवा_उधर_मेवा।
#इधर_सेवा_उधर_मेवा।
*प्रणय*
कैसी निःशब्दता
कैसी निःशब्दता
Dr fauzia Naseem shad
सत्य = सत ( सच) यह
सत्य = सत ( सच) यह
डॉ० रोहित कौशिक
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
मे कोई समस्या नहीं जिसका
मे कोई समस्या नहीं जिसका
Ranjeet kumar patre
मत कहना ...
मत कहना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
मल्हारी गीत
मल्हारी गीत "बरसी बदरी मेघा गरजे खुश हो गये किसान।
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
दूसरा मौका
दूसरा मौका
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मेरी हास्य कविताएं अरविंद भारद्वाज
मेरी हास्य कविताएं अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
ती सध्या काय करते
ती सध्या काय करते
Mandar Gangal
बुढ़ापा
बुढ़ापा
Neeraj Agarwal
मंदिर नहीं, अस्पताल चाहिए
मंदिर नहीं, अस्पताल चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
"रूढ़िवादिता की सोच"
Dr Meenu Poonia
संवेदना की बाती
संवेदना की बाती
Ritu Asooja
"चिन्ता का चक्र"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...