अब का दौर नया आया हैं
अब का दौर नया आया हैं
किताबों को कोठरी मे रख
ऑनलाइन क्लास ने बच्चों का मन बहलाया हैं
मोबाइल देखते-देखते न जाने
बच्चों ने भी चश्मा लगाया हैं
दिन-रात ताकते रहने का,
अब का दौर नया आया हैं
पढ़ना कम ,देखना ज्यादा छाया हैं
फिल्म का वो कॉमेडी सीन
फिर मार धाड़ से दहलाया हैं
वेबसीरिज की पूछिये मत
उसने खूब हँसाया हैं
रूलाने की बारी आई
तो सीरियल ने कमाल दिखाया हैं
अब का दौर नया आया हैं
पढ़ना कम, देखना ज्यादा छाया हैं
ख्वाबों को ऊँचाइयों तक
आज के टेक्नोलॉजी ने पहुचाया हैं
4G के जमाने ने,
2G ,3G को भगाया हैं
चाँद की बात छोडिये
मंगल पर घर बनाने का सपना लाया हैं
अब का दौर नया आया हैं
कुछ बेहतर करना छाया हैं
ईमानदारी की रोटी हज़म नहीं
सब ने भ्रष्टाचार फैलाया हैं
उन बेरहम़ लोगो से पूछिये
बीमारी और शिक्षा से भी कमाया हैं
साथ चलने वाली दूनिया में
खुद को मतलबी बनाया हैं
छिड़ा कहीं लड़ना झगड़ना
मूर्ति आकार बनने का
अब का दौर नया आया हैं
बचाना नहीं, देखना ज्यादा छाया हैं
स्वरचित
‘शेखर सागर’