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24 Aug 2023 · 1 min read

*अब कब चंदा दूर, गर्व है इसरो अपना(कुंडलिया)*

अब कब चंदा दूर, गर्व है इसरो अपना(कुंडलिया)
————————————–
अपना भारत देश अब, दुनिया का सिरमौर
दक्षिण ध्रुव में चॉंद पर, पहुॅंचा कभी न और
पहुॅंचा कभी न और, यान भारत का पहला
छुई चॉंद की भूमि, चिन्ह-पद छोड़े टहला
कहते रवि कविराय, चॉंद पर टूर न सपना
अब कब चंदा दूर, गर्व है ‘इसरो’ अपना
———————————–
टूर = सैर-सपाटा
इसरो = भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गेनाईजेशन)
————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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