अब इश्क़ मोहब्बत रहने दो.
दुनिया का तो काम है कहना
दुनिया को अब कहने दो
अब इश्क़ मोहब्बत रहने दो
बहुत जी लिया महफिल में
अब तन्हा भी हमे रहने दो
अब इश्क़ मोहब्बत रहने दो
आराम से गुजरें हैं कई पल
दर्द हमे भी अब सहने दो
अब इश्क़ मोहब्बत रहने दो
किनारों के संग हम बँधे रहे
लहरों के साथ हमे भी बहने दो
अब इश्क़ मोहब्बत रहने दो
रह गयी जो आखिरी निशानी
अब उसको भी रेत की तरह ढहने दो.
अब इश्क़ मोहब्बत रहने दो.
राजीव विशाल(रोहतासी)
मो-8899024742