*अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)*
अफसर की बाधा दूर हो गई (लघु कथा)
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अफसर की गाड़ी शहर के भीतर बाजार से होकर गुजर रही थी। ई-रिक्शाओं के कारण अफसर की गाड़ी ओवरटेक करके आगे नहीं बढ़ पा रही थी। झुॅंझला कर स्वयं से ही कहने लगा “इन ई रिक्शाओं पर तो प्रतिबंध लग जाना चाहिए। कारों को आगे बढ़ने ही नहीं देते। लेकिन क्या करें, आम आदमी की सवारी है। प्रतिबंध भी तो नहीं लगा सकते।”
अफसर की गाड़ी में बैठे चमचे ने उचित समय जानकर तीर फेंका-” हजूर! इन ई रिक्शाओं का रूट निर्धारित कर दीजिए। फिर आप जहॉं चाहे ओवरटेक करिए या मुड़िए, कोई दिक्कत नहीं। इन्हें सबक सिखाना ही होगा।”
चमचे की सलाह मान ली गई। अगले दिन से ई रिक्शाओं का रूट निर्धारित हो गया। अधिकारी की कार को बाजारों में किसी भी दिशा में जाने में अब कोई बाधा नहीं थी।
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लेखक: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451