Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Aug 2020 · 1 min read

” अपने बेगाने हो जाते ” ।।

बेटी के संग ब्याहे सपने ,
सब टूट गये , बिखरे जाते ।
दौलत से जब रिश्ते तुळते ,
आहत दिल को करते जाते ।।

क्वांरी साधें मांग भरे जब ,
आँचल में तारे पलते हैं ।
उम्मीदों की सेज सजे तब ,
ख्याल सदा पंखे झलते हैं ।
पल में सपने टूट चले हैं ,
अपने बेगाने हो जाते ।।

फेरे पड़ते मति है फिरती ,
दुल्हन के गुण हुए कपूरी ।
मन से मन का भेद बढ़े है ,
बढ़ती जाये मांग अधूरी ।
जितना पायें उतना कम है ,
लालच में यों धसते जाते ।।

त्रास पले है , प्रीत बढ़े ना ,
जब दहेज का दानव अड़ता ।
मानवता है शर्मसार सी ,
बेटी जलती , फंदा पड़ता ।
अपनी बेटी भूले जाते ,
बारी आने पर पछताते ।।

दूल्हा शान से बिकता है पर ,
जो भी खरीदे है मजबूरी ।
कर्जा ओढ़े , खुद को बेचे ,
माँगें ना कर पाये पूरी ।
जाने कब हम सुधरेंगें जी ,
करनी करते , भूले जाते ।।

स्वरचित / रचियता :
बृज व्यास
शाजापुर ( मध्यप्रदेश )

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Likes · 1 Comment · 354 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
* शक्ति आराधना *
* शक्ति आराधना *
surenderpal vaidya
कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
कभी अपनेे दर्दो-ग़म, कभी उनके दर्दो-ग़म-
Shreedhar
मुस्कान
मुस्कान
Surya Barman
ਮੁੜ ਆ ਸੱਜਣਾ
ਮੁੜ ਆ ਸੱਜਣਾ
Surinder blackpen
#दो_टूक
#दो_टूक
*Author प्रणय प्रभात*
मेरे मन के धरातल पर बस उन्हीं का स्वागत है
मेरे मन के धरातल पर बस उन्हीं का स्वागत है
ruby kumari
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
gurudeenverma198
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
बुढ़ादेव तुम्हें नमो-नमो
नेताम आर सी
प्रेम
प्रेम
Sanjay ' शून्य'
बंशी बजाये मोहना
बंशी बजाये मोहना
लक्ष्मी सिंह
आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर  में  व्यापार में ।
आपाधापी व्यस्त बहुत हैं दफ़्तर में व्यापार में ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
अब तो गिरगिट का भी टूट गया
अब तो गिरगिट का भी टूट गया
Paras Nath Jha
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
छाया है मधुमास सखी री, रंग रंगीली होली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिल नहीं
दिल नहीं
Dr fauzia Naseem shad
उनसे कहना ज़रा दरवाजे को बंद रखा करें ।
उनसे कहना ज़रा दरवाजे को बंद रखा करें ।
Phool gufran
हे परम पिता !
हे परम पिता !
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सहयोग आधारित संकलन
सहयोग आधारित संकलन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"सवाल"
Dr. Kishan tandon kranti
मां का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है♥️
मां का प्यार पाने प्रभु धरा पर आते है♥️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मौसम
मौसम
Monika Verma
हंस के 2019 वर्ष-अंत में आए दलित विशेषांकों का एक मुआयना / musafir baitha
हंस के 2019 वर्ष-अंत में आए दलित विशेषांकों का एक मुआयना / musafir baitha
Dr MusafiR BaithA
एक हैसियत
एक हैसियत
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
।। जीवन प्रयोग मात्र ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
अभिनेता बनना है
अभिनेता बनना है
Jitendra kumar
यादें .....…......मेरा प्यारा गांव
यादें .....…......मेरा प्यारा गांव
Neeraj Agarwal
आज फिर उनकी याद आई है,
आज फिर उनकी याद आई है,
Yogini kajol Pathak
नया से भी नया
नया से भी नया
Ramswaroop Dinkar
युद्ध नहीं जिनके जीवन में,
युद्ध नहीं जिनके जीवन में,
Sandeep Mishra
हाँ मैन मुर्ख हु
हाँ मैन मुर्ख हु
भरत कुमार सोलंकी
Loading...