अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी
अपनी ज़मीन से कर ले तू यारी
हर दिल से रख दिलदारी।
ये शरीर नष्ट हो जायेगा, तब भूल
जायेंगे सब तुझे
रह जायेगी बस तेरी बातें प्यारी प्यारी।
भुला दे हर रंजिश को, गिले शिकवे सभी
गले लगा दुश्मन को भी इक बारी।
खुशियां ही बांटना हमेशा हर जगह
महका दे हर गुलशन, हर क्यारी।
तब दुनिया होगी नई सी सुंदर
चहकेगे बच्चे और नर नारी।