Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Sep 2024 · 1 min read

अपनी आंखों को मींच लेते हैं।

अपनी आंखों को मींच लेते हैं।
धूल खुद पे उलीच लेते हैं।

सामना सच का कर नहीं पाते ,
आंख हक़ीक़त से मींच लेते हैं।

सूखते ही ख़्याल की डाली ,
तेरी यादों से सींच लेते हैं ।

बाकी रह जाए याद में बाकी,
अपनी तस्वीर खींच लेते हैं ।

याद जब भी तुम्हारी आती है,
खुद को बाहों में भींच लेते हैं।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

2 Likes · 63 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

ज्यादातर युवक और युवतियों का अपने लक्ष्य से भटकने का कारण शा
ज्यादातर युवक और युवतियों का अपने लक्ष्य से भटकने का कारण शा
Rj Anand Prajapati
** हद हो गई  तेरे इंकार की **
** हद हो गई तेरे इंकार की **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विवेकवान कैसे बनें। ~ रविकेश झा
विवेकवान कैसे बनें। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
When you learn to view life
When you learn to view life
पूर्वार्थ
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शिमला, मनाली, न नैनीताल देता है
शिमला, मनाली, न नैनीताल देता है
Anil Mishra Prahari
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
सत्य कुमार प्रेमी
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
Ranjeet kumar patre
नशा
नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जीवन की बगिया में
जीवन की बगिया में
Seema gupta,Alwar
जय मां ँँशारदे 🙏
जय मां ँँशारदे 🙏
Neelam Sharma
ऑनलाइन शॉपिंग
ऑनलाइन शॉपिंग
Shekhar Chandra Mitra
दोस्तो रौ साथ
दोस्तो रौ साथ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
र
*प्रणय*
भय
भय
Rambali Mishra
यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी!
यूं हज़ार बहाने हैं तुझसे बात करने को ऐ ज़िंदगी!
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
विश्वास
विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
यही विश्वास रिश्तो की चिंगम है
भरत कुमार सोलंकी
बिखर रही है चांदनी
बिखर रही है चांदनी
surenderpal vaidya
हर पल ये जिंदगी भी कोई खास नहीं होती ।
हर पल ये जिंदगी भी कोई खास नहीं होती ।
Phool gufran
" घड़ी "
Dr. Kishan tandon kranti
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
यही है हमारा प्यारा राजनांदगांव...
TAMANNA BILASPURI
मेरे कफन को रहने दे बेदाग मेरी जिंदगी
मेरे कफन को रहने दे बेदाग मेरी जिंदगी
VINOD CHAUHAN
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
Ravi Prakash
बहू बेटी है , बेटी नहीं पराई
बहू बेटी है , बेटी नहीं पराई
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हे दिल ओ दिल, तेरी याद बहुत आती है हमको
हे दिल ओ दिल, तेरी याद बहुत आती है हमको
gurudeenverma198
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
sushil sarna
दुनिया की गाथा
दुनिया की गाथा
Anamika Tiwari 'annpurna '
प्यार जताना नहीं आता मुझे
प्यार जताना नहीं आता मुझे
MEENU SHARMA
मां की ममता
मां की ममता
Shutisha Rajput
Loading...