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16 Apr 2022 · 1 min read

अपना दायित्व भूला तो

एक पेड़
खुद तक सीमित न रहे
मिट्टी में फैली अपनी जड़ों को
पकड़कर गर न रखे तो
पनप नहीं पायेगा
आसमान को
तेज बहती हवाओं के साथ
झूम झूमकर बेशक चूमता रहता हो पर
अपना दायित्व भूला तो
अपना अस्तित्व खो देगा
जैसे कि अपना रंग,
अपना रूप,
अपने फूल, अपने पत्ते,
अपनी लकड़ी की देह,
अपनी मिट्टी में सनी जड़ें,
अपने छाल की खाल सी
छोड़ता तना,
अपनी शाखायें,
अपना सब कुछ
सभी कुछ।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
117 Views
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