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18 Aug 2024 · 1 min read

अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय।

अपना तो कोई नहीं, देखी ठोकी बजाय।
अपना अपना क्या करि मोह भरम लपटायी।।

कबीरदास कहते है कि बहुत कोशिश करने पर, बहुत ठोक बजाकर देखने पर भी संसार में अपना कोई नहीं मिला। इस संसार के लोग माया मोह में पढ़कर संबंधो को अपना पराया बोलते हैं। परन्तु यह सभी सम्बन्ध क्षणिक और भ्रम मात्र है।
जय हिंद

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