अपना ऐसा मिजाज़ रहने दो खुद का खुद में राज रहने दो
म्यान में बंद उनकी तलवार रहने दो
पर्दे के पीछे तब्बसुम का वार रहने दो
बिन उनके ज़िन्दगी यार रहने दो
हाथों में अपने अखबार रहने दो
खुद आप से ही प्यार रहने दो
बिन उनके सरकार रहने दो
अपने पास भी औज़ार रहने दो
बोतल में बंद शाराब रहने दो
अपना ऐसा मिजाज़ रहने दो
खुद का खुद में राज रहने दो
बिन उनके खुद को आबाद रहने दो
उनका दिलकश अंदाज़ रहने दो
अँधेरे में दुनिया बर्बाद रहने दो
हाथों में जलता हुआ चिराग रहने दो
दिन को दिन और रात को रात रहने दो
झूठे किस्से वादों से परे प्यार की लाज रहने दो
भूपेंद्र रावत
17/11/2017