अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
21 फरवरी 2022
मातृभाषा व्यक्ति के संस्कारों की हे माला,
जिसने राष्ट्रीयता और देश प्रेम मन में है डाला।
हिंदी है हमारी मातृभाषा,
इसका सदा सम्मान करें,
पूरी दुनिया में हो हिंदी इसका आगाज करें।
भारत की पहचान और मुस्कान है हिंदी,
भारत के माथे की ताज है हिंदी।
जैसे हमको मां !हे पालने वाली होती,
वैसे ही मां!हमारी मातृभाषा होती।
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी ने इस बारे मैं लिखा—-
“निज भाषा उन्नति अहै,
सब उन्नति को मूल।
बिन भाषा ज्ञान के,
मिटन न हिय के सूल।।
हिंदी है हमारी मातृभाषा जिसके बिना,
अग्रसर होना संभव ही नहीं इसके बिना।
भाषा हमको सामाजिक स्तर इतिहास,
सांस्कृतिक परंपरा से जोड़ती।
भाषा ही पहचान है,
संस्कार और व्यवहार सिखाती।।
भाषाई आंदोलन में शहीद हुए युवाओं की स्मृति में2000 से 21 फरवरी को—–
अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाया जाने लगा!!!!!
सुषमा सिंह *उर्मि,,