अनुभूति
मेरी – तेरी नहीं हमारी है
घर की हर चीज हमारी है
भाव प्रवणता ,सुख दुख
हर एक संवेदना हमारी है
हौसलें जिनने पार लगाया
उनमें बसी प्रीत हमारी है
जय – विजय , असफलता
मेरी – तेरी नहीं हमारी है
मेरी – तेरी नहीं हमारी है
घर की हर चीज हमारी है
भाव प्रवणता ,सुख दुख
हर एक संवेदना हमारी है
हौसलें जिनने पार लगाया
उनमें बसी प्रीत हमारी है
जय – विजय , असफलता
मेरी – तेरी नहीं हमारी है