– अना और प्रेम जिंदगी का खूबसूरत तोहफा तुम –
– अना और प्रेम
जिंदगी का खूबसूरत तोहफा तुम –
अना यह थी की तुम मेरे सदा साथ रहोगी,
जिंदगी का मेरे लिए खूबसूरत तोहफा तुम,
मगर मेरी यह ख्वाहिश सिर्फ अना थी,
यही था जो मेरा वहम,
तुमने भी एक मुश्किल हालात में हाथ छोड़ दिया,
मुझसे यू ही मुंह मोड़ दिया,
नाता मुझसे यू तोड़ दिया,
तेरे रूठने से में इस तरह यू टूट गया,
मेरे इस अना के नष्ट हो जाना से में कहलाया इस दुनिया में अनाथ,
अना और प्रेम मेरी जिंदगी का खूबसूरत तोहफा थी तुम,
शब्दार्थ – अना – माता
भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184 –