अनामी
असल नाम क्या है मेरा
ना मैं जानती हूँ
ना कोई और
बस इतना जानती हूँ
बेटी हूँ मैं मोह की
लालच मेरा भाई
क्रोध संग मैं बडी हुई
भक्ति ज्ञान विवेक से रहती हूँ डरी हुई
निजता का आभास होता है
जब रहती हूं परतंत्र ।।
असल नाम क्या है मेरा
ना मैं जानती हूँ
ना कोई और
बस इतना जानती हूँ
बेटी हूँ मैं मोह की
लालच मेरा भाई
क्रोध संग मैं बडी हुई
भक्ति ज्ञान विवेक से रहती हूँ डरी हुई
निजता का आभास होता है
जब रहती हूं परतंत्र ।।