अनाथ
सोच रही हूं,
मरने से पहले ..
अपनी कब्र ,
फूलों से सजा दूंगी..
और कुछ पैसे पेशगी में,
माली को दे कर ..
वसीयत कर जाऊंगी,
की मेरी कब्र ,
सजा देना..
खुशबूदार फूलों से,
लाल गुलाबों से ,
और बेला की सफेद,
खुश्बू बिखेरती ,
कलियों से..
ताकि आने जाने वाले,
ये न समझे..
की मरने वाला,
अनाथ था..