Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2020 · 1 min read

क्यूँ इनके पीछे पड़ी है?

क्यूँ इनके पीछे पड़ी है?
अनहोनी तुझे कौन रोके, कौन तुझे समझाए,
क्यूँ यह चीथड़े संभाले मलिन लोग,
अभावग्रस्त, अव्य्व्स्थाओं के मारे लोग,
फिरते सड़कों पर मारे मारे यह बेचारे लोग,
बस तेरी नज़र में आए !
क्यूँ इनके पीछे पड़ीं है,
देख ध्यान से तेरे आगे तो दुनिया खड़ी है,
फिर क्यूँ यह आभाग़े तेरी कृपा के पात्र बने हैं?
क्यूँ बस यह ही तेरी नज़र में आए,
अनहोनी तुझे कौन रोके, कौन तुझे समझाए?
क्या कम है दुशवारियाँ इनकी,
जो और तू है बढ़ाए,
सच बता क्या ली है तूने रिश्वत,
या तुझे भी इंसान नही लगते,
यह मिट्टी के जाए,
या प्यार इन्ही से तू करती है,
लगता है मुझे तू इन पर मरती हैं,
इसीलिए इनको ही चुनती है,
इनको डसे बिना तुझसे रहा न जाए,
अनहोनी तुझे कौन रोके, कौन तुझे समझाए,
चाँदी का चम्मच लिए, पैदा हुए धनवानों को,
तू भी डर कर हाथ न लगाए,
क्यूँकि पैसे के बल पर , वह तेरी औक़ात तुझे दिखाएँ,
तू निरंकुश बनी, कुचले हुए को और दबाए,
अनहोनी तुझे कौन रोके, कौन तुझे समझाए?

Language: Hindi
4 Likes · 5 Comments · 271 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वनिता
वनिता
Satish Srijan
भय लगता है...
भय लगता है...
डॉ.सीमा अग्रवाल
"इस कदर"
Dr. Kishan tandon kranti
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
अपनी राह
अपनी राह
Ankit Kumar Panchal
*मकर संक्रांति पर्व
*मकर संक्रांति पर्व"*
Shashi kala vyas
What can you do
What can you do
VINOD CHAUHAN
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
हर वो दिन खुशी का दिन है
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
Ragini Kumari
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
.
.
*प्रणय प्रभात*
टिप्पणी
टिप्पणी
Adha Deshwal
समझ
समझ
Shyam Sundar Subramanian
मनका छंद ....
मनका छंद ....
sushil sarna
अमृता प्रीतम
अमृता प्रीतम
Dr fauzia Naseem shad
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
हिसाब सबका होता है
हिसाब सबका होता है
Sonam Puneet Dubey
3878.💐 *पूर्णिका* 💐
3878.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
वन्दे मातरम्
वन्दे मातरम्
Vandana Namdev
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
ओढ़े जुबां झूठे लफ्जों की।
Rj Anand Prajapati
जो सोचते हैं अलग दुनिया से,जिनके अलग काम होते हैं,
जो सोचते हैं अलग दुनिया से,जिनके अलग काम होते हैं,
पूर्वार्थ
जय श्रीराम
जय श्रीराम
Indu Singh
*सब जग में सिरमौर हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम (गीत)*
*सब जग में सिरमौर हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम (गीत)*
Ravi Prakash
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
*** पल्लवी : मेरे सपने....!!! ***
VEDANTA PATEL
मां स्कंदमाता
मां स्कंदमाता
Mukesh Kumar Sonkar
ये ज़िंदगी तुम्हारी है...
ये ज़िंदगी तुम्हारी है...
Ajit Kumar "Karn"
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
सोना जेवर बनता है, तप जाने के बाद।
आर.एस. 'प्रीतम'
बुंदेली दोहा-पीपर
बुंदेली दोहा-पीपर
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...