अनसुलझा प्रश्न
अनसुलझा प्रश्न
बनाया जिसने
राजमहलों, भवनों, मिनारों को
तरसता रहा वो ताउम्र
छाँव के लिए
खोदा जिसने
तालाबों, कुओं, बावड़ियों को
तरसता रहा वो ताउम्र
पेयजल के लिए
बनाए जिसने
मंदिर, शिवाले, देवालय
वो मांगता रहा हक ताउम्र
मंदिर प्रवेश का
उगाया जिसने
गेहूँ-बाजरा, चना-मक्का, जौ-चावल
तरसता रहा वो ताउम्र
रोटी के लिए
लेनी चाही
शिक्षा तो उसका
काट लिया अंगूठा
क्या कसूर था उनका
आज तक
समझ नहीं आया
-विनोद सिल्ला