*अनमोल वचन*
कौवा,
कोयल की आवाज को दबा सकता है…..
मगर खुद की आवाज मधुर नहीं बना सकता,
ठीक उसी तरह निंदा करने वाला व्यक्ति
सज्जन को बदनाम कर सकता है….. लेकिन खुद सज्जन कभी भी नहीं बन सकता।
!!जोहार!!
कौवा,
कोयल की आवाज को दबा सकता है…..
मगर खुद की आवाज मधुर नहीं बना सकता,
ठीक उसी तरह निंदा करने वाला व्यक्ति
सज्जन को बदनाम कर सकता है….. लेकिन खुद सज्जन कभी भी नहीं बन सकता।
!!जोहार!!