– अनकहे जज्बात –
– अनकहे जज्बात –
कुछ होते है जो दिल में ही रहते ,
नही निकलते कभी भी हृदय से बार,
होते नही कभी भी किसी को बया,
मन के मन में ही रह जाते,
कुछ अनकहे जज्बात,
जज्बातो का समुंदर है गहरा,
कोई नही कर सकता इसकी गहराई का नाप,
मन से चाहना , मन की बाते मन में ही रख पाना,
ख्वाब सजाना पर किसी से कुछ कह न पाना,
यही तो होते है भरत कुछ लोगो के अनकहे जज्बात,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान