भक्ति रस की हाला का पान कराने वाली कृति मधुशाला हाला प्याला।
हमने देखा है हिमालय को टूटते
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
किसने कहा पराई होती है बेटियां
जरुरत क्या है देखकर मुस्कुराने की।
दुनिया में कुछ चीजे कभी नही मिटाई जा सकती, जैसे कुछ चोटे अपन
सुंदर सुंदर कह रहे, सभी यहां पर लोग
पढ़े साहित्य, रचें साहित्य
अपनी मानहानि को पैसे में तौलते महान!
हिंदी दोहे - हर्ष
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मृदा मात्र गुबार नहीं हूँ
नाकामयाब पुरुष की कहानी यूँ अनकही रह जाती है,उसकी पसंदीदा स्