अद्भुत कला का कारीगर…
मौसम की हर अदा,
लुभाती है मन को सदा…!
ताज्जुब होता है..!..!..!
जैसे… अचानक से कुछ हो जाता नया…!!
पूरा आलम, बदले है रूप अपना,
ये तो जादूगरी है क़ुदरत की…!..!
कहाँ है छुपा.. अद्भुत कला का कारीगर…!
जो बदलता है…रूपरंग इशारो की तरह…!!