*अदृश्य पंख बादल के* (10 of 25 )
अदृश्य पंख बादल के
अदृश्यता की देह में
धुंध की आत्मा लिए
एक अनिश्चित …
क्षण भंगुर जीवन लिए
धुएँ और धुंध की
प्रजाती का एक बादल
नाजुक – कमजोर – बेमाने सा
नन्हा मासूम दिखने वाला
विराट आसमान के शिशु सा
खेलता आकाश में पर ,
जब आ जाता है बरसने पर
नदी – तालाब – दरिया भी
पड़ जाते हैं छोटे …..
और उसके रूठने पर
दरकने लगती है धरती ,
नापता दसों दिशाएं
भारी बाढ़ की क्षमता लिए ,
जीवन और विध्वंस लिए ,
अदृश्य पंखों के साथ
फिर – फिर जन्मता ….
फिर – फिर मिटता ….
– क्षमा ऊर्मिला