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9 Mar 2022 · 1 min read

अदा

उनकी अदा पर जान निसार कर बैठा,
बातों ही बातों में उनसे प्यार कर बैठा।
होके बेखबर इससे,वो हमको देखते रहे,
मिली नजर तो नजरों ने,दीदार कर बैठा।।

रचना- पूर्णतः मौलिक एवं स्वरचित
निकेश कुमार ठाकुर
गृहजिला- सुपौल
संप्रति- कटिहार (बिहार)
सं०-9534148597

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 419 Views
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