अदभुत अलख जगाया है
कल्पतरु ने हर एक दिल में, अदभुत अलख जगाया है
पर्यावरण सुरक्षा हेतु ,उत्तम कदम उठाया है
कलतक हमनें खुशियाँ मनाई, घर की चार दीवारी में
खुशी ढूढ़ने आ पहुँचे अब, फूलों और फुलवारी में
शब्द नहीं हैं आज लबों पर कितना आनंद पाया है
पर्यावरण सुरक्षा हेतु उत्तम कदम उठाया है
आज लगाये पौधे” योगी”कल तरुवर बन जायेंगे
राही को शीतल छाया और पंछी भी घर पायेंगे
आज हमें मालूम हुआ है कितना पुण्य कमाया है
पर्यावरण सुरक्षा हेतु उत्तम कदम उठाया है
योगेन्द्र सिंह राजपूत “योगी”