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17 Aug 2018 · 1 min read

अटल सा धुव्र

वो अटल सा ध्रुव तारा कहाँ गया
दिव्य ज्योति का दाता कहाँ गया
कवि कुलदीप पत्रकार प्रखर वक्ता
आकाश का दिव्य सितारा कहाँ गया

हर फिजां रोयी , हर बीथी है गमगीन
देश विश्व पटल पर लाने वाला कहाँ गया
महाकाल भी रोक न सका हिचकियाँ
बाँध सबको एक सूत्र हमारा कहाँ गया

Language: Hindi
76 Likes · 351 Views
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