Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ओनिका सेतिया 'अनु '
210 Followers
Follow
Report Content
29 Oct 2021 · 1 min read
अजीम शायर मिर्जा गालिब के लफ्ज़
उमर ए दराज मांग कर लाए थे चार दिन ,
दो आरज़ू में कट गए दो इंतजार में
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
2 Comments
· 195 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
धरती की पुकार
Onika Setia "Anu"
You may also like:
3169.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
कवि रमेशराज
प्रेम 💌💌💕♥️
डॉ० रोहित कौशिक
कोई चाहे तो पता पाए, मेरे दिल का भी
Shweta Soni
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
Vijay kumar Pandey
मन में जीत की आशा होनी चाहिए
Krishna Manshi
रोते हुए को हॅंसाया जाय
Mahetaru madhukar
* मन में उभरे हुए हर सवाल जवाब और कही भी नही,,
Vicky Purohit
तू एक फूल-सा
Sunanda Chaudhary
" आग "
Dr. Kishan tandon kranti
सतत् प्रयासों से करें,
sushil sarna
"दोस्ताना "
DrLakshman Jha Parimal
उहे समय बा ।
Otteri Selvakumar
*अहमब्रह्मास्मि9*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शिक्षक और शिक्षा के साथ,
Neeraj Agarwal
तेरी सारी बलाएं मैं अपने सर लेंलूं
Rekha khichi
जो परिवार और रिश्ते आपने मुद्दे आपस में संवाद करके समझ बूझ
पूर्वार्थ
*"संकटमोचन"*
Shashi kala vyas
काश तुम मेरे पास होते
Neeraj Mishra " नीर "
जिंदगी को बोझ मान
भरत कुमार सोलंकी
इशारों इशारों में मेरा दिल चुरा लेते हो
Ram Krishan Rastogi
*टहलें थोड़ा पार्क में, खुली हवा के संग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
थोड़ा नमक छिड़का
Surinder blackpen
........,!
शेखर सिंह
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
नारी है नारायणी
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
जिंदगी है कोई मांगा हुआ अखबार नहीं ।
Phool gufran
राही साथ चलते हैं 🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
प्रयास
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
👌आभास👌
*प्रणय प्रभात*
Loading...