Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2019 · 1 min read

— अजीब मुस्कराहट —

कभी कभी यूं भी देखा है मैने
उस की मुस्कान में शरारत
भर के चेहरे में वो तीक्षण सा
वार पल में कर देने का हुनर !!

वो अंदाज ही बड़ा अजीब सा लगा
जब मैं ही न समझ सका
कहने से जयादा वार करने वाला
उस के चेहरे का शरारत भरा मंजर !!

न लिखा , न कुछ जुबान से कहा
सीधा सा आँखों से वार कर दिआ
एक पल तो विश्वाश सा होने लगा
पर समझ न पाया हुआ क्षण भंगुर !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
2 Comments · 415 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
अब मुझे महफिलों की,जरूरत नहीं रही
अब मुझे महफिलों की,जरूरत नहीं रही
पूर्वार्थ
जान लो पहचान लो
जान लो पहचान लो
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
सब को जीनी पड़ेगी ये जिन्दगी
सब को जीनी पड़ेगी ये जिन्दगी
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
#नारी तू नारायणी
#नारी तू नारायणी
Radheshyam Khatik
" मृत्यु "
Dr. Kishan tandon kranti
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
कोलाहल
कोलाहल
Bodhisatva kastooriya
जीवन चलचित्र के किरदार कई सारे,
जीवन चलचित्र के किरदार कई सारे,
Manisha Manjari
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं
झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं
Sandeep Thakur
दिल कि गली
दिल कि गली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
यदि कोई व्यक्ति कोयला के खदान में घुसे एवं बिना कुछ छुए वापस
यदि कोई व्यक्ति कोयला के खदान में घुसे एवं बिना कुछ छुए वापस
Dr.Deepak Kumar
कुछ परिंदें।
कुछ परिंदें।
Taj Mohammad
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
उम्मीद अगर बहुत ज़्यादा होती है
उम्मीद अगर बहुत ज़्यादा होती है
Ajit Kumar "Karn"
हाथों में हाथ लेकर मिलिए ज़रा
हाथों में हाथ लेकर मिलिए ज़रा
हिमांशु Kulshrestha
कितना प्यार
कितना प्यार
Swami Ganganiya
मैंने हर मंज़र देखा है
मैंने हर मंज़र देखा है
Harminder Kaur
*हेमा मालिनी (कुंडलिया)*
*हेमा मालिनी (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बिन बोले सब बयान हो जाता है
बिन बोले सब बयान हो जाता है
रुचि शर्मा
काफिला
काफिला
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"धूप-छाँव" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
Shashi kala vyas
श्रद्धा से ही श्राद्ध
श्रद्धा से ही श्राद्ध
Rajesh Kumar Kaurav
पंचचामर छंद एवं चामर छंद (विधान सउदाहरण )
पंचचामर छंद एवं चामर छंद (विधान सउदाहरण )
Subhash Singhai
पाती कोई जब लिखता है।
पाती कोई जब लिखता है।
डॉक्टर रागिनी
Shankar Dwivedi's Poems
Shankar Dwivedi's Poems
Shankar lal Dwivedi (1941-81)
3027.*पूर्णिका*
3027.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Loading...