Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

अजब मामला

बड़ा ही अजब मामला हो गया!
अचानक था जब सामना हो गया!!

छिपाते रहे हाल दिल का मगर!
ग़मे ज़िंदगी आईना हो गया!!

हमेशा निभाता वफ़ा का चलन!
बशर वो कहाँ बेवफ़ा हो गया!!

कुरबतें बन गयी हैं सभी दूरियाँ!
हठीला जुदा फ़ासला हो गया!!

बुलाया जिसे प्यार से मुस्कुरा!
मुसाफ़िर वही आपका हो गया!!

धर्मेंद्र अरोड़ा”मुसाफ़िर”
संपर्क सूत्र:9034376051

Language: Hindi
32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
यही जीवन है
यही जीवन है
Otteri Selvakumar
#यह_है_बदलाव
#यह_है_बदलाव
*प्रणय प्रभात*
"लिखना कुछ जोखिम का काम भी है और सिर्फ ईमानदारी अपने आप में
Dr MusafiR BaithA
*मुख काला हो गया समूचा, मरण-पाश से लड़ने में (हिंदी गजल)*
*मुख काला हो गया समूचा, मरण-पाश से लड़ने में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बारिश की संध्या
बारिश की संध्या
महेश चन्द्र त्रिपाठी
काश हर ख़्वाब समय के साथ पूरे होते,
काश हर ख़्वाब समय के साथ पूरे होते,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
.....
.....
शेखर सिंह
जीने का हौसला भी
जीने का हौसला भी
Rashmi Sanjay
अमृत वचन
अमृत वचन
Dinesh Kumar Gangwar
Expectation is the
Expectation is the
Shyam Sundar Subramanian
एक अकेला
एक अकेला
Punam Pande
3157.*पूर्णिका*
3157.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रूपमाला (मदन ) छंद विधान सउदाहरण
रूपमाला (मदन ) छंद विधान सउदाहरण
Subhash Singhai
मानवीय संवेदना बनी रहे
मानवीय संवेदना बनी रहे
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था ।
नन्हे-मुन्ने हाथों में, कागज की नाव ही बचपन था ।
Rituraj shivem verma
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
गलतियां हमारी ही हुआ करती थी जनाब
गलतियां हमारी ही हुआ करती थी जनाब
रुचि शर्मा
उम्मीद की नाव
उम्मीद की नाव
Karuna Goswami
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
कसीदे नित नए गढ़ते सियासी लोग देखो तो ।
Arvind trivedi
चिंता अस्थाई है
चिंता अस्थाई है
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
यारों की आवारगी
यारों की आवारगी
The_dk_poetry
Lonely is just a word which can't make you so,
Lonely is just a word which can't make you so,
Sukoon
जंग अहम की
जंग अहम की
Mamta Singh Devaa
हर चढ़ते सूरज की शाम है,
हर चढ़ते सूरज की शाम है,
Lakhan Yadav
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
goutam shaw
दीप जगमगा रहे थे दिवाली के
दीप जगमगा रहे थे दिवाली के
VINOD CHAUHAN
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
किसी भी वार्तालाप की यह अनिवार्यता है कि प्रयुक्त सभी शब्द स
किसी भी वार्तालाप की यह अनिवार्यता है कि प्रयुक्त सभी शब्द स
Rajiv Verma
"अहसास"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...