अच्छे नहीं है लोग ऐसे जो
अच्छे नहीं है लोग ऐसे, जो रूप बदल लेते हैं पल में।
वादें तो बहुत कर लेते हैं, बात बदल लेते हैं पल में।।
अच्छे नहीं है लोग ऐसे———————–।।
चंचल बहुत ये होते हैं, छोर नहीं इनकी बातों का।
यकीन तो ये दिला देते हैं, सोच बदल लेते हैं पल में।।
अच्छे नहीं है लोग ऐसे———————।।
होते हैं गम्भीर बहुत ये, दर्द किसी दिल का सुनकर।
अश्क दिखाते हैं आँखों में, नजर बदल लेते हैं पल में।।
अच्छे नहीं है लोग ऐसे———————-।।
अपनी अमीरी को ये छुपाने, लेते हैं गरीबों का सहारा।
सोते हैं कुछ पल ये जमीं पर, सेज बदल लेते हैं पल में।।
अच्छे नहीं है लोग ऐसे———————–।।
साथ रहेंगे कुछ दिन तो ये, थोड़ी मदद भी ये करेंगे।
हाथ जोड़कर दुहा करेंगे, दिल बदल लेते हैं पल में।।
अच्छे नहीं है लोग ऐसे———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)