अच्छे दिन कब आएंगे ?
बड़ी मुद्दत से कर रहे है अच्छे दिनों का इंतजार,
कब आयेंगे अच्छे दिनऔर कितना करेंगे इंतजार ।
७३ साल हो गए देश को आजाद हुए क्या कुछ बदला?
सरकारें बदलती रही मगर देश में कुछ भी नहीं बदला।
हर ५ साल बाद नई सरकार आती है नए वायदे लेकर,
और अपनी जेबें भरती है जनता को ठेंगा दिखाकर।
अच्छे दिनों के इंतजार में जनता ठगी जाती है हर बार,
मगर कपटी नेताओं को वोट देने को फिर भीहै लाचार।
अमीर लोग और अमीर हो गए, हमारे हाथ क्या आया,
अच्छे दिनों की आस में सारा जीवन हमारा चला गया।
ना भ्रष्टाचार मुक्त देश हुआ ,ना ही अपराध कम हुए,
ना गरीबी दूर हुई और न ही काले धंधे बंद हुए साहब!
ना ही राष्ट्र व्यापी जटिल समस्याओं का निदान हुआ ,
ना ही आतंकवाद ,सामाजिक बुराइयों का अंत हुआ ।
हम जनताओं की सारी आशाएं निराशा में बदल गईं।
मगर दिल के किसी कोने में यह आस फिर भी पूछती है
” अच्छे दिन कब आयेंगे!!”