अच्छे दिनों के आस के स्वप्न के देखें थे
हे कुछ अपने जिनके साथ कठिनाइयों में
अच्छे दिनों के आस के स्वप्न देखें थे
लेकिन आज मैं उनसे दूर हूँ
कुछ गलतफहमियां कुछ नाराजगी लिए
अकेले जी रहा हूँ
ना जाने वो गलतफहमियां नाराजगी दर्द
कैसे दूर होगी कब मिटेगी